
राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी सीकर जिले की धार्मिक नगरी खाटूश्यामजी पहुंचीं। उन्होंने सुबह बाबा श्याम के दर्शन किए और प्रदेश की खुशहाली की प्रार्थना की।
मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान समेत अन्य पदाधिकारियों ने श्याम दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया। सबकुछ श्रद्धा से शुरू हुआ… लेकिन आगे जो हुआ, उसने अफसरों के माथे पर पसीना ला दिया।
“धरातल पर विकास दिखा नहीं… बस फाइलों में घूम रहा है!”
दर्शन के बाद दीया कुमारी ने जब स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया — तो मामला भावनाओं से सीधा फटकार मोड में चला गया।
उन्होंने 52 बीघा पार्किंग स्थल, दांता रोड और मंदिर क्षेत्र का निरीक्षण किया और बोलीं:
“यहां जो पैसा खर्च हो रहा है, उसका असर तो कहीं दिख नहीं रहा! विकास सिर्फ कागजों में हो रहा है।”
मौके पर मौजूद अफसरों को जमकर सुनाया गया और फिर आदेश आया — “सभी अधिकारी मंगलवार को जयपुर फाइलों समेत तलब किए जाएं!”

“खाटूश्यामजी बने पुष्कर जैसा!”
दीया कुमारी ने पुष्कर मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि खाटूश्यामजी को भी धार्मिक और पर्यटन दोनों दृष्टि से वैसा ही विकास चाहिए।
उन्होंने घोषणा की कि आगामी बजट में खाटूश्यामजी के अंदरूनी विकास कार्यों के लिए स्पेशल बजट स्वीकृत किया जाएगा।
साथ ही चेतावनी दी — “जो अफसर सिर्फ दिखावे का विकास कर रहे हैं, उनकी समीक्षा अब जयपुर में होगी।”
अब भक्तों से ज्यादा अफसरों की भीड़ बाबा के दरबार में लग सकती है — क्योंकि जब दीया जलती है, तो “फाइलों में छिपा अंधेरा” भी उजाला देख लेता है!
